Jul
17
सावन में महामृत्युंजय पूजा का महत्व
भगवान शिव को सावन का महीना बहुत ही प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में शिव की आराधना करने पर हर मनोकामना पूरी होती है। शिव भक्त श्रावण मास में कावण यात्रा पर भी निकलते हैं। इसके साथ ही भोलेनाथ के मंत्रो का जाप करने पर श्रावण महीने में सामान्य महीनो के मुकाबले 10 गुना अधिक फल मिलता है। इस महीने के लिए महामृत्युंजय मंत्र सबसे ज्यादा उपयुक्त है। यह महादेव का सबसे शक्तिशाली मंत्र है सावन में इस मंत्र के जाप से न केवल अकाल मृत्यु के भय को दूर किया जा सकता है बल्कि कई तरह की समस्या से भी मुक्ति पाई जा सकती है। मृत्यु को जीतने वाला यह मंत्र सबसे फलदायक माना जाता है। पुराणों में वर्णित है की यदि मात्र सावन माह में ही इस मंत्र का जाप कोई कर ले तो उसकी असाध्य से कार्य भी पूरे हो जाते हैं।
सावन महीना भगवान शिव जी का अत्यंत प्रिय महीना होता है इसलिए महामृत्युंजय मंत्र पूरे सावन भर आप किसी भी दिन करवा सकते है।
जानें महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के फायदे
- इस मंत्र से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते है। सावन में इसका जप करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
- किसी पर अकाल मृत्यु का साया होतो उसे या ब्राह्मणों के जरिये सवा लाख बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मौत का खतरा टल जाता है। वहीं ,कुंडली में गंभीर से गंभीर बीमारी या दुर्घटना का योग है तो भी इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप से किसी भी तरह का भय दूर होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
- इससे बीमारिया शरीर का साथ छोड़ देती है और शरीर निरोग रहता है।
- धन लाभ के लिए भी यह मंत्र बहुत लाभ कारी है।